18 सितंबर 2021

प्रकाशनार्थ

लखनऊ 18 सितंबर । राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष डॉ मसूद अहमद ने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश और प्रदेश की डबल इंजन की सरकारों ने महीने भर पहले से ही पेट्रोल और डीजल के दाम को कम करने के लिए राजधानी लखनऊ मे होने वालीं जी एस टी काउंसिल की बैठक को आधार बनाया था और यह भी प्रचार किया गया था कि पेट्रोल और डीजल को जीo एसo टीo के दायरे मे लाया जाएगा ताकि आम जनता को राहत मिल सके । इन सरकारों के प्रचार प्रसार से पेट्रोल और डीजल के मूल्यों में होने वालीं लगातार बढ़ोतरी से संबंधित ख़बरें छापने पर विराम जैसा लग गया और आम जनता भी राहत की राह देखने लगी परंतु नतीजा शून्य निकला ।

डॉo अहमद ने कहा कि केवल कुछ जीवन रक्षक दवाओं पर ही जीoएसoटीo कम की गयी तथा कोरोंना और कैंसर की दवाओं पर छूट 31 दिसंबर तक बढ़ाकर ही देश के वित्त मंत्री ने बैठक की इतिश्री कर लिया। बहाना यह किया गया कि कुछ राज्यों के विरोध के कारण पेट्रोल और डीज़ल को जीoएसoटीo के दायरे में नहीं लाया जा सका। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री का यह कहना बहुत ही हास्यास्पद लगता है। वास्तविकता यह है कि भाजपा शासित कुछ राज्यों से विरोध दर्ज कराकर आम जनता को राहत न देते हुए सभी लोगों की जेबों पर डकैती डालने का रास्ता खुला रखा ।

रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा टैक्स के रूप में वसूलने का पेट्रोल और डीजल से अच्छा कोई माध्यम नहीं है । इसके माध्यम से सरकार का पूंजीपतियों के प्रति प्रेम भी बना रहेगा और सरकार का खजाना भी भरता रहेगा। खजाने में और अधिक बढ़ोतरी की दृष्टि से लाखो लोगों द्वारा ऐप के माध्यम से मंगाया जाने वाला भोजन भी जीoएसoटीo के दायरे में लाकर महंगा कर दिया जो सर्वथा निंदनीय है । राष्ट्रीय लोकदल इस तरह की होने वाली लूट का विरोध करता है और करता रहेगा।

(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी)
प्रदेश प्रवक्ता