18th Aug 2015 - राष्ट्रीय लोक दल
18 अगस्त 2015
प्रकाशनार्थ
लखनऊ 18 अगस्त। राष्ट्रीय लोकदल के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान के नेतृत्व में प्रदेष में व्याप्त भ्रष्टाचार, भर्ती घोटाला, कानून व्यवस्था, बकाया गन्ना मूल्य का मय ब्याज का भुगतान, फसल बर्बादी का मुआवजा सहित चिकित्सा मित्रों की समस्याओं को लेकर जी0पी0ओ0 स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना देकर प्रदेष के माननीय राज्यपाल महोदय को सम्बोधित ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से सौंपा। धरने का संचालन राष्ट्रीय लोकदल मध्य उ0प्र0 के अध्यक्ष राकेष कुमार सिंह मुन्ना ने किया। रालोद नेताओं ने जुलूस के साथ पैदल मार्च करते हुये “वो लूट रहे हैं धरती को, हम तरस रहे हैं भर्ती को, मिल मालिको की तीन दलाल अखिलेष मुलायम रामगोपाल, भर्ती घोटाले की सी0बी0आई0 जांच हो, दफ्तर-दफ्तर भ्रष्टाचार, कौन है इसका जिम्मेदार, यह आजादी झूठी है, देष की जनता भूखी है” की तख्ती और झण्डा डण्डा के साथ सरकार विरोधी नारे लगाते हुये धरने पर जमकर बैठ गये।
धरने को सम्बोधित करते हुये राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष मुन्ना सिंह चैहान ने कहा कि वर्तमान समय में उ0प्र0 के जो हालात है वह चिंताजनक हैं। हर वर्ग की जनता की आंखों में घोर निराषा दिखाई दे रही है। एक तरफ नौजवान नौकरी के लिए दर दर की ठोकरे खाने को मजबूर है वहीं दूसरी तरफ सरकारी नौकरियों की भर्ती में प्रदेष सरकार ने भ्रष्टाचार और घोटालों को जबरदस्त पनाह दे रखी है। प्रदेष की नौकरियों में भर्ती योग्यता के आधार पर न होकर भाई भतीजावाद व क्षेत्रवाद तथा जाति विषेष के आधार पर हो रही है। भ्रष्टाचार की जडे़ इतनी गहरी हो गयी हैं कि भ्रष्टाचारियों को बचाने के लिए प्रदेष सरकार नंगा नाच कर रही है। उन्होंने आगे कहा कि खराब मौसम तथा सरकारी नीतियों के कारण किसान की हाल लगातार खस्ताहाल होती जा रही है। किसानों को अपना भविष्य अंधकारमय दिखाई दे रहा है। कुछ किसानों ने कोई रास्ता न देखकर आत्महत्या का रास्ता अपना लिया। प्रदेष सरकार न गन्ना मूल्य का बकाया का भुगतान कराने हेतु कोई सार्थक पहल कर रही है और न ही किसानों की क्षतिग्रस्त फसल के क्षतिपूर्ति हेतु पारदर्षिता से मुआवजा वितरण का कार्य कर रही है।
धरने को राष्ट्रीय महासचिव डाॅ0 मसूद अहमद ने सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रदेष सरकार की नीयत में खोट हैं इसलिए जनहित की प्रत्येक योजना मंे भ्रष्टाचार उत्पन्न करने का काम करके अपने चहेतों की जेबे भरने काम कर रही है। सरकार ने अब तक के कार्यकाल में नौजवानों, किसानों, अकलियतों सहित समाज के हर तबके के लोगों को सिर्फ ठगने का काम किया है। राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य ओंकार सिंह ने कहा कि वर्तमान समय में प्रदेष में महिलाएं असुरक्षित हैं प्रदेष मंे कानून व्यवस्था की सरेआम धज्जियां उड़ायी जा रही है परन्तु वर्तमान उ0प्र0 सरकार अपराध पर नियंत्रण रखने के बजाय उन्हें संरक्षण देने का काम कर रही है।
रालोद नेताओं ने राज्यपाल महोदय को सम्बोधित सौपे गये ज्ञापन में मांग की कि प्रदेष में सरकारी नौकरियों में हो रही भर्ती में व्यापक अनियमितता बरती गयी है। भर्ती करने वाले सभी आयोगो के अध्यक्षों को बर्खास्त करते हुये उनके कार्यकाल में की गयी भर्ती की सी0बी0आई0 जांच करायी जाय और अनियमितता करने वाले आयोगों के अध्यक्षों व अन्य कर्मचारियों को दण्डित किया जाय। साथ ही आयोंगो की भर्ती में व्याप्त व्यक्तिगत स्वार्थ व परिवारवाद को समाप्त किया जाय जिससे मेधावी छात्रो/नौजवानों के साथ अन्याय न हो सके, गन्ना का बकाया भुगतान ब्याज सहित कराया जाय, प्रदेष सरकार द्वारा माफ किये गये ब्याज के शासनादेष को वापस लिया जाय तथा जो मिल मालिक भुगतान करने में हीलाहवाली कर रहे हैं उन मिलों की आर0सी0 जारी करते हुये मिल मालिकों को जेल भेजा जाय और पेराई कराने के लिए तैयार न होने वाली मिलो को अधिग्रहीत करके सरकार किसानों के गन्ने की पेराई सुनिष्चित करे, रालोद नेताओं ने आगे मांग की कि भ्रष्टाचार के पर्याय यादव सिंह को संरक्षण देने वालों राजनैतिक दलों के नेताओं व उच्च अधिकारियों पर मुकदमा कायम करके उनकी गिरफ्तारी की जाय तथा घोटाले के पैसे को जब्त करके सरकारी खजाने में जमा करते हुये जनहित के कार्यों में लगाया जाय। इतना ही नहीं यादव सिंह तो फोड़ा है पूरे प्रदेष में भ्रष्टाचार रूपी व्याप्त कैंसर को समाप्त किया जाय जिससे बडे़ बड़े कालेधन के कुबेरों का नकाब हटाया जा सके, गत वर्ष खरीफ व रबी की फसलों को असमय बरसात व ओलावृष्टि से हुयी क्षतिपूर्ति कराने हेतु राष्ट्रीय लोकदल के आन्दोलन के पश्चात कराये गये सर्वे व छूटे हुये किसानों को क्षतिपूर्ति/मुआवजा राषि का भुगतान कराना सुनिष्चित किया जाय। अपात्र व्यक्तियों को दिये गये मुआवजा भुगतान की जांच भी करायी जाय। वर्तमान समय में भी किसानों की दषा और विपरीत मौसम को देखते हुये उनके समस्त कर्जो और विद्युत बिल को माफ किया जाय, प्रदेष में कानून व्यवस्था का ग्राफ लगातार गिरता जा रहा है, थानों में महिलाओं के साथ दरिंदगी और हैवानियत की घटनाएं लगातार प्रकाष में आ रही है। इसलिए लचर कानून व्यवस्था को सुदृढ करने हेतु तत्काल कोई ठोस उपाय किये जाय तथा कानून की धज्जियां उड़ाने वाले नेताओं, अफसरों तथा कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करके जेल भेजा जाय, ग्रामीण अंचलों में स्वास्थ्य सेवा बहाल करने हेतु चिकित्सा मित्रों को लाइसेन्स प्रदान किया जाय।
धरने पर ही राष्ट्रपति महोदय की पत्नी के निधन की सूचना मिलते ही रालोद नेताओं द्वारा दो मिनट का मौन रखकर भावभीनी श्रंद्वाजलि दी गयी तथा धरने को समाप्त किया गया। धरने को प्रदेष महासचिव हाजी वसीम हैदर, प्रदेष सचिव किरन सिंह, अनिल दुबे, ओमदीन, प्रो0 ए0एस0 तिवारी, आर0पी0 सिंह चैहान ने सम्बोधित किया इसके अतिरिक्त धरने में प्रदेष महासचिव प्रो0 यज्ञदत्त शुक्ल, महिला मध्य उ0प्र0 की अध्यक्ष रमावती तिवारी, चै0 भूपाल सिंह, रामहर्ष यादव, बी0एल0 प्रेमी, आरिफ महमूद, शकुन्तला कुरील, जय सिंह वर्मा लक्ष्मी गौतम, सोनू रावत, धिमान चतुर्वेदी, बी0के0 तिवारी, महबूब आलम, शैलेन्द्र शर्मा, उमेष रावत, अविनाष सिंह अंषू, मंजूर फातिमा, सुनील सिंह, शहजाद सिददीकी, रामउजागर यादव, गोविन्द सिंह चंदेल, उमेष रावत, अषोक लोधी, सुनील रावत, संजय रावत, बंषीलाल, सुनील लोधी, नरेन्द्र रावत, सूरज, मोनू रावत, संदीप रावत, महेन्द्र यादव सहित सैकड़ों रालोद पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।
(प्रवक्ता)
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