लखनऊ 19 दिसम्बर। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि पांचों राज्यों में विधानसभा चुनावों में करारी हार के बाद देष के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को देष की जनता के दुख दर्द की याद आना प्रारम्भ हुयी है यही कारण है कि अब आम जरूरत की वस्तुओं की जी0एस0टी0 18 प्रतिषत करने की तैयारी हो रही है। देष के वित्त मंत्री अरूण जेटली की मंषा के अनुरूप केवल 28 प्रतिषत जी0एस0टी0 लागू करके आम जनता के परिवार के पालन पोषण में किसी भी प्रकार की हमदर्दी भाजपा ने करने की आवष्यकता नहीं समझी।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि जिस प्रकार तीन वर्ष तक लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमते बढाकर देष के लोगो की जेब पर डाका डाला गया और सम्पन्न हुये विधान सभा चुनाव को दृष्टि में रखकर विगत चार महीने से धीरे धीरे करके पेट्रोल और डीजल की कीमत वोट के लालच में कम की गयी परन्तु पांचो राज्यों की जनता ने तीन साल के दर्द को सामने रखकर मतदान किया और भाजपा को सत्ता से बाहर किया। भाजपा के कर्णधार इस साजिष को नाकाफी मान रहे हैं यही कारण है कि लोकसभा चुनाव से पहले आम जरूरत की चीजों पर जी0एस0टी0 कम करने की साजिष रच रहे हैं ताकि जनता को बहला फुसलाकर वोट ले सके।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि पेट्रोल और डीजल तथा जी0एस0टी0 से भी अधिक किसानों और नौजवानों की पीड़ा है क्योंकि पांच वर्ष से स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू होने का रास्ता किसानों ने देखा और 2 करोड नौकरियां प्रतिवर्ष पाने की प्रतीक्षा नौजवानों को रही। दोनो ही वर्गो की निराषा पांचों राज्यों के चुनाव का परिणाम है। किसान मसीहा चौ0 चरण सिंह ने कहा था कि “देष की तरक्की का रास्ता खेत और खलिहानों से होकर गुजरता है” भाजपा ने स्पष्ट रूप से इसको नकारा है। देष का किसान और नौजवान चौ0 चरण सिंह की नीतियों की ओर आषा भरी नजरों से देख रहा है। आगामी लोकसभा चुनाव किसान मसीहा की नीतियों पर आधारित होगा और देष में किसानों और नौजवानों की लोकप्रिय सरकार का गठन होगा ताकि चौ0 चरण सिंह के सपनों का भारत बन सके।