लखनऊ 3 नवम्बर। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने विधान सभा के सामने पुलिस द्वारा किये गये बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज की निंदा करते हुये कहा कि भाजपा सरकार के पास लाठी गोली के अलावा कुछ भी नहीं है। षिक्षक भर्ती की मांग कर रहे युवकों और युवतियों पर ऐसी लाठियां बरसाई गयी कि उनके सिर तक फट गये और अस्पतालों के आपातकालीन चिक्त्सिा कक्षों में भर्ती होना पड़ा। बेरोजगारों को रोजगार देने का वादा करके सत्ता में आयी सरकार रोजगार मांगने पर लाठियां बरसाई जाती हैं और प्रदेष के कोने कोने में किसी को भी अपराधी की संज्ञा देकर पुलिस की गोली का षिकार बनाया जाता है।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि मा0 उच्च न्यायालय द्वारा षिक्षको की भर्तियों की जांच सी0बी0आई0 द्वारा कराने का आदेष होना वर्तमान सरकार के लिए शर्म की बात है क्योंकि डेढ वर्ष बीतने के बाद भी प्रदेष के नौनिहालों की षिक्षा व्यवस्था की अनदेखी करने वाली सरकार ने एक तरफ षिक्षामित्रों के सन्दर्भ में माननीय सर्वोच्च न्यायालय में पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं की तो दूसरी ओर षिक्षकों की भर्तियों के नाम पर कापियां तक बदलकर आष्चर्यजनक घोटाले का परिचय दिया हैं यही कारण है कि मा0 उच्च न्यायालय ने सरकार की नियुक्तियों में मनचाही प्रवृत्ति की जांच सी0बी0आई0 से कराने का आदेष दिया है।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि योगी सरकार की मंषा चारो ओर सरकारी विभागों में आर0एस0एस0 और हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं की नियुक्तियां करके अपने कार्यकर्ताओं से किये गये वादों को निभाने की है। प्रदेष के नौनिहालों को ऐसे तथ्यों की भर्तियों द्वारा केवल संघीय षिक्षा ही दी जा सकती है और नफरत के बीज बोने का कुचक्र रचा जा सकता है। राष्ट्रीय लोकदल सरकार की ऐसी भावना का पुरजोर विरोध सड़क से संसद तक करेगा।