लखनऊ 23 अगस्त। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद तथा राष्ट्रीय सचिव षिवकरन सिंह ने देष के पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्वेय अटल बिहारी बाजपेई जी को अपनी भावभीनी श्रद्वांजलि अर्पित करते हुये कहा कि अटल जी सम्पूर्ण देष के निर्विवाद एवं महान नेता थे और जनमानस में उनकी अभूतपूर्व छवि अंकित है।
नेता द्वय ने केन्द्र और प्रदेष सरकार से मांग करते हुये कहा कि आम जनता के लिए जो भी योजनाएं एवं संस्थान आदि जिस नाम से चल रहे हैं, उन्हें उसी नाम से चलने दिया जाय क्योंकि अटल जी जैसे विषाल छवि वाले नेता का नाम पुरानी योजनाओं अथवा संस्थानों से जोडा जाना मा0 अटल जी की छवि को धूमिल करना होगा। स्व0 अटल जी अपने सम्पूर्ण जीवनकाल में किसी के पदचिन्हों पर नहीं चले बल्कि स्वयं अपने पदचिन्ह बनाये हैं। जिन पर चलकर ही देष को नई दिषा मिलने की सम्भावना है। राष्ट्रीय लोकदल मांग करता है कि अटल जी की जन्मभूमि एवं कर्मभूमि का ध्यान रखते हुये प्रदेष के कई शहरों में अटल जी के नाम से बडे संस्थानों एवं बडे उद्योगों की स्थापना की जाय जिसमें प्रदेष के लाखों बेरोजगारों को रोजगार के अवसर मिलेगे और प्रदेष को नई दिषा भी मिलेगी। ऐसा करने पर ही अटल जी को सच्ची श्रद्वांजलि होगी।
रालोद नेताओं ने कहा कि देष में एक सप्ताह के लिए राष्ट्रीय शोक घोषित करके विभिन्न प्रदेषों के राज्यपालों की नियुक्ति करना एवं उ0प्र0 में विधान सभा सत्र का बुलाया जाना घोर निंदनीय है। ऐसा करके केन्द्र और प्रदेष सरकार ने स्व0 अटल जी की आत्मा को व्यथित करने का कृत्य किया है जिसको इस देष और प्रदेष की जनता कभी माफ नहीं करेगी। यदि यही राज्यपालों की नियुक्ति एक सप्ताह बाद और विधान सभा सत्र दो दिन बाद बुला लिया जाता तो कुछ भी बिगडने की सम्भावना नहीं थी। स्पष्ट होता है कि भाजपा के दिखाने के दांत और खाने के दांत और हैं।