05 May 2018
05th May 2018 - राष्ट्रीय लोक दल
05 मई 2018
प्रकाशनार्थ
लखनऊ 5 मई। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पूर्व वर्ष 2013 की पुनरावृत्ति करके एक बार पुनः दंगा भडकाना चाहती है और इसी कड़ी में अलीगढ की घटना को देखा जाना चाहिए। साम्प्रदायिकता की भावना भडकाकर वोटो का धु्रवीकरण करना भाजपा की सोची समझी रणनीति का हिस्सा है और वह इस कार्य को अंजाम देने के लिए अपने सहयोगी संगठनों (राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ, बजरंग दल, हिन्दू महासभा, विष्व हिन्दू परिषद आदि) को मुखौटा बनाती है।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि साम्प्रदायिक भावनाएं भडकाने की कड़ी में ही हरियाणा के गुरूग्राम में लगभग 10 स्थानों पर जुम्में की नमाज पढने से मुस्लिम भाइयों को रोका गया और कहा गया कि खुले स्थान पर नमाज पढने नहीं दूंगा। इस प्रकार किसी मजहब में पूजा या इबादत को रोकना व्यक्तियों के मूल अधिकारों का हनन है और मजहब का अपमान है। गुरूग्राम में भी बजरंग दल, विष्व हिन्दू परिषद और हिन्दू महासभा जैसे संगठनों का नाम आया है जो प्रमाण के लिए काफी है।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि देष के अल्पसंख्यकों को भारतीय जनता पार्टी की हिन्दुत्ववादी सोच के प्रति सजग रहना है और अनावष्यक रूप से उनकी ऐसी भावनाओं अथवा साम्प्रदायिक क्रियाकलापों को गम्भीरता से देखने की आवष्यकता नहीं है क्योंकि सामाजिक समरसता बनाये रखने के लिए असामाजिक तत्वों द्वारा किये गये असामाजिक कार्यो को महत्व देना उचित नहीं है। लगभग सभी प्रदेषों में भारतीय जनता पार्टी की सरकारे हैं। यदि किसी न किसी प्रकार साजिष के फलस्वरूप साम्प्रदायिकता का जहर फैलाकर भारतीय जनता पार्टी को पुनः कामयाबी मिल जाती है तो देष के भविष्य के लिए खतरे की घण्टी होगा। विषेष रूप से देष के अल्पसंख्यकों एवं दलितों तथा अति पिछडों को भाजपा और उसके सहयोगी संगठनों की साजिष से सतर्क रहने की आवष्यकता है। ऐसा करके ही इन पर विजय पायी जा सकती है और किसान मसीहा चै0 चरण सिंह के सपनों का भारत तैया करने में सफलता मिल सकती है।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी)
प्रदेष प्रवक्ता