09 April 2018
09th April 2018 - राष्ट्रीय लोक दल
09 अप्रैल 2018
प्रकाशनार्थ
लखनऊ 9 अप्रैल। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष प्रवक्ता सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी ने कहा कि प्रदेष सरकार गरीबों, मजदूरों, किसानों एवं आम जनता के हितों की अनदेखी करने में अपना रिकार्ड बना रही है। इन सभी वर्गो को चुनाव के समय अनेक लुभावने वायदों के द्वारा भ्रमित करके वोट ले लिया और अब केवल पूंजीपतियों अथवा सांसदों और विधायकों के रिष्तेदारों को ही लाभ पहुंचाया जा रहा है। माध्यमिक षिक्षा सेवा चयन बोर्ड में जिन सदस्यों का मनोनयन किया गया है वे सभी भाजपा के कर्णधारों के रिष्तेदार हैं। यह बात उन्हीं की कैबिनेट के मंत्री स्वयं मुखर होकर कह रहे हैं। क्या यही जनहित का पारदर्षी शासन है जिससे उत्तर प्रदेष षिखर पर पहुंचेगा।
श्री त्रिवेदी ने कहा कि वर्तमान पेराई सत्र में गन्ने का बकाया मूल्य अब तक लगभग 8282 करोड हो चुका है और अभी माह के अन्त तक यह संख्या लगभग 10000 करोड होगी इस बकाया भुगतान के बारे में एक साल तक पूरा होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है। जबकि 14 दिन के अन्दर नियमानुसार भुगतान हो जाना चाहिए अन्यथा उस पर ब्याज मिलना चाहिए। स्पष्ट रूप से इस मुददे पर सरकार गन्ना किसानों का शोषण और पूंजीपति मिल मालिकों का संरक्षण कर रही है। इस बडी आबादी वाले प्रदेष में लगभग 70 प्रतिषत लोग कृषि पर आधारित हैं और सरकार द्वारा इन 70 प्रतिषत लोगो का शोषण मानवता से परे लगता है। बेरोजगारों की फौज भी लगभग 20 प्रतिषत है उनकी ओर भी सरकार की कोई प्रभावकारी योजना सामने नहीं आ रही है जबकि सरकारी कार्यालयों में लाखों पद रिक्त हैं।
रालोद प्रदेष प्रवक्ता ने आगे कहा कि अनको घोषणाओं के बाद भी बिल्डिंग मटेरियल के मूल्य कम नहीं हो रहे हैं और मजदूर वर्ग कार्य के अभाव में निराष है सरकार ने यदि शीघ्र ही उपरोक्त समस्याओं पर ध्यान न दिया और किसानों और मजदूरों का शोषण बढता रहा तो राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी धरना प्रदर्षन करने लिए बाध्य होंगे।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी)
प्रदेश प्रवक्ता