22 January 2018
22nd Feb 2018 - राष्ट्रीय लोक दल
22 फरवरी 2018
प्रकाशनार्थ
लखनऊ 22 फरवरी। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेष अध्यक्ष डाॅ0 मसूद अहमद ने कहा कि प्रदेष सरकार द्वारा आयोजित यू0पी0 इन्वेस्टर समिट में उद्योगपतियों की घोषणाओं का स्वागत है परन्तु इन घोषणाओं का व्यवहारिक रूप में सामने आने पर ही प्रदेष के युवाओं का कुछ न कुछ भला होने की उम्मीद है क्योंकि इससे पूर्व भी विभिन्न प्रकार की घोषणाएं देष के प्रधानमंत्री द्वारा युवाओं के पक्ष में की गयी परन्तु वे वास्तविक धरातल पर दिखाई नहीं पड़ी।
डाॅ0 अहमद ने कहा कि प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ द्वारा उ0प्र0 को बीमारू राज्य कहना उचित प्रतीत नहीं होता है क्योंकि यदि उनकी दृष्टि में यह राज्य बीमारू है तो उन बीमारियों का इलाज पहले करना चाहिए जो जानकारी में आ गयी हों। इस प्रकार की समिट का आयोजन करके आगामी वर्षो में इलाज के नये तरीके खोजने का प्रयास मात्र है। यदि प्रदेष के मुख्यमंत्री प्रदेष में विभिन्न प्रकार के उद्योगों की स्थापना कराने की प्रबल इच्छा रखते हैं तो उन्हें प्रदेष की राजधानी में बंद पडी पेपर मिल, विक्रम काॅटन मिल तथा अन्य बंद आटा मिलों और कानपुर महानगर में बंद पडी एल्गिन मिल, लाल इमली मिल, टाॅट मिल एवं अन्य छोटी छोटी फैक्टरियां जो प्रदेष के अनेको जिलो में बंद पडी है तथा बंद पडी चीनी मिलों को चालू कराने की तैयारी करनी चाहिए जिससे हजारों कर्मचारियों को रोजगार मिल सकता है और उद्योगों की पुनः स्थापना करके बीमारी को समाप्त किया जा सकता है।
रालोद प्रदेष अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेष की जनता को दूर के सब्जबाग दिखाने की आवष्यकता नहीं है। प्रदेष की 11 महीनों की सरकार ने अब तक प्रदेष के किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों एवं आम जनता के हित में जो भी कार्य किये हैं वे प्रसंषा के योग्य प्रतीत नहीं होते। सरकार प्रदेष के युवाओं को 2019 के लोकसभा चुनावों को दृष्टिगत रखते हुये एक बार फिर भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में लाॅलीपाप दिखाकर आकृर्षित करना चाह रही है परन्तु यह ख्वाब अधूरा ही रहेगा।
(सुरेन्द्रनाथ त्रिवेदी), प्रदेश प्रवक्ता