मैं पलटा नहीं हूं, इसे पटखनी देना कहते हैं... SP से अलग होने के बाद RLD अध्यक्ष जयंत चौधरी का बड़ा हमला

बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में अब चुनावी माहौल गरमा रहा है। भाजपा के खिलाफ विपक्ष वोटों को एकजुट करने का प्रयास कर रहा है। वहीं, जयंत चौधरी ने अब विपक्षी गठबंधन पर करारा हमला बोल दिया है। लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान को लेकर राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी बुलंदशहर के चुनावी मैदान में उतरे। एनडीए गठबंधन प्रत्याशी के समर्थन में जनसभा को संबोधित करने पैतृक गांव भटोना के चौधरी चरण सिंह इंटर कॉलेज के मैदान में जनसभा की। उन्होंने उम्मीदवार महेश शर्मा को जिताने की अपील की।

जयंत चौधरी ने विपक्षी गठबंधन से अलग होने के मसले पर कहा कि मैं पलटा नहीं हूं, इसके पटखनी देना कहते हैं। भटोना मेरा पैतृक गांव है। मैंने गांव में स्थित चौधरी चरण सिंह इंटर कॉलेज से पढ़ाई की है। मैंने इस स्कूल के विकास के लिए अपनी निधि से 50 लाख रुपए दिए। उन्होंने कहा कि यहां दूसरे चरण में चुनाव है। सभी लोगों से एनडीए प्रत्याशी से समर्थन मांगा। जयंत की जनसभा में बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।


जयंत चौधरी के NDA में शामिल होने से BJP को क्या फायदा है? कहां होगा असर? जानें सभी समीकरण

पश्चिम बंगाल और बिहार में हिचकोले खा चुके INDI अलायंस को उत्तर प्रदेश में भी झटका लग सकता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात की है। जयंत चौधरी फिलहाल विपक्षी गंठबंधन का हिस्सा हैं, लेकिन वह कब तक इसमें रहेंगे, यह तय नहीं है। खास बात यह है कि अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोकदल के साथ गठबंधन का ऐलान कर चुके हैं, और जयंत के लिए 7 सीटें छोड़ने को भी कहा है, लेकिन RLD सुप्रीमो की बीजेपी नेताओं से सीक्रेट मीटिंग के बाद ये चर्चा शुरू हो गई है कि जल्द ही वह भी पाला बदल सकते हैं। आइए, जानते हैं ऐसा होने की सूरत में सियासी समीकरणों पर क्या असर होगा:


Baghpat Seat: चरण सिंह परिवार का गढ़ रही है बागपत सीट, प्रचार में सनी देओल पर पड़े थे गोबर के उपले

Baghpat Seat: 18वीं लोकसभा के लिए चुनाव का आगाज हो चुका है। सभी पार्टियां जोर-शोर से अपने प्रचार पर लगी हुई है। इस चुनावी जंग में कुछ पार्टियां और नेता मर्यादा को तार-तार तो कर ही रहे हैं, वे चुनाव जीतने के लिए सभी सीमाएं भी लांघ रहे हैं।

यहां तक कि नेताओं के साथ-साथ उनके समर्थक तो इसमें उनसे भी आगे है, जुबानी जंग के साथ-साथ वे एक-दूसरे से झगड़ा भी कर रहे हैं। लेकिन यह सब नया नहीं है, इससे पहले भी ऐसा होता आया है। तो चलिए, ऐसी ही एक लोकसभा के बारे में विस्तार से जानते है, जहां चुनाव प्रचार के दौरान अभिनेता सन्नी देओल पर गोबर के उपले फेंके गये थे।